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महाराष्ट्र की राजनीति में नवनीत राणा के बयान से नया विवाद
- Reporter 12
- 24 Dec, 2025
महाराष्ट्र की बीजेपी नेता नवनीत राणा एक बार फिर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने जनसंख्या और धर्म को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिस पर सियासी हलकों के साथ-साथ आम लोगों में भी तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
नवनीत राणा ने एक सार्वजनिक मंच से हिंदुओं से अधिक बच्चे पैदा करने की अपील करते हुए कहा कि देश को “बचाने” के लिए हिंदू परिवारों को तीन-चार बच्चों के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने इशारों-इशारों में एक विशेष समुदाय पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग ज्यादा बच्चे पैदा कर देश की सामाजिक संरचना बदलना चाहते हैं।
अपने बयान के समर्थन में राणा ने दावा किया कि उन्होंने एक मौलाना को यह कहते सुना था कि उसकी चार पत्नियां और 19 बच्चे हैं, और वह इस बात से दुखी है कि उसके 35 बच्चे नहीं हो पाए। इसी उदाहरण का हवाला देते हुए उन्होंने सवाल उठाया कि हिंदू समाज एक या दो बच्चों तक ही सीमित क्यों रह जाता है।
राणा के इस बयान के सामने आते ही विपक्षी दलों ने बीजेपी पर हमला तेज कर दिया है। विपक्ष का कहना है कि इस तरह के बयान समाज में तनाव बढ़ाने वाले हैं और जिम्मेदार पदों पर बैठे नेताओं को ऐसी भाषा से बचना चाहिए। वहीं सोशल मीडिया पर भी बड़ी संख्या में लोग नवनीत राणा की आलोचना कर रहे हैं।
इसी दौरान नवनीत राणा ने शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे अब “बेबसी का पर्याय” बन चुके हैं और उनके नेतृत्व में पार्टी का जनाधार कमजोर हुआ है। राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के संभावित गठबंधन की चर्चाओं पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि इससे भी स्थानीय निकाय चुनावों में कोई खास असर नहीं पड़ेगा।
कुल मिलाकर नवनीत राणा का यह बयान महाराष्ट्र की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे रहा है, जहां जनसंख्या, धर्म और राजनीतिक बयानबाज़ी एक बार फिर आमने-सामने खड़ी नजर आ रही है।
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